Saturday, 18 October 2014

पीएसएफ और सेवा ने मनाया इंटरनेशनल डे ऑफ दी गर्ल्स

सहारनपुर। सेवा और पीएसएफ ने यूनाइटेड़ नेशन के आह्वान पर इस बार भी इंटरनेशनल डे आफ दी गर्ल्स पूरे जोश के साथ मनाया। स्मार्ट एजुकेशन एण्ड वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) सेवा और परवेज़ सागर फॉउन्डेशन के तत्वावधान में शहर के मुन्नालाल डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम आयोजित कर बालिकाओं के अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर बात की गयी।
      कार्यक्रम की शुरुआत करते हुये सेवा की पीआरओ नीना धींगरा ने बताया कि सेवा और पीएसएफ दो ऐसे गैर लाभकारी संगठन हैं जो बिना किसी आर्थिक सहायता के पांच सालों से महिलाओं और बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के लिये काम कर रहे हैं। उन्होने बताया कि सेवा और पीएसएफ वर्ष 2012 से इंटरनेशनल डे आफ दी गर्ल्स पूरी दुनिया के साथ-साथ लगातार मनाती आ रही है। इस आयोजन के माध्यम से ये कोशिश की जाती है कि बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिये हम सब एक मंच पर आकर अपनी आवाज़ बुलंद करें। नीना ने बालिकाओं से आह्वान करते हुये कहा कि वो अपने खिलाफ होने वाले अपराधों और अत्याचारों को सहने के बजाय आवाज़ उठायें ताकि लोगों तक उनकी आवाज़ पहुंचे और उन्हे उनका हक मिले।
श्रीमती धींगरा ने बताया कि एशियन गर्ल कैम्पेन पार्टनर होने के साथ-साथ उनकी संस्था सेवा और पीएसएफ निरन्तर महिलाओं और बालिकाओं के हक की आवाज़ उठाती रहेगी। उनके मुताबिक हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि ये है कि हम हम पिछले पांच सालों से निरन्तर बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के शिक्षाबालिका अधिकार और समाजसेवा के काम कर रहे हैं।
      संस्था के कॉरडिनेटर एम. तनवीर मोनू ने कहा कि आज के समाज में ज़रुरत इस बात की है। महिलाओं और बच्चियों की इज्ज़त करना सीखाना घर से शुरु होना चाहिये। किसी भी काम की शुरुआत घर से ही होनी चाहिये। क्योंकि आज के समाज में बच्चियां घर में भी महफूज़ नही होती।
      इस मौके पर मुन्ना लाल डिग्री कॉलेज की पीसीआईएल प्रोजेक्ट इंजार्च शैली, कम्प्यूटर प्रशिक्षक हेमा शर्मा, सुषमा शर्मा के अलावा सुरैय्या, शिवांगी, रुकैय्या, पलक, शिवा, प्रीति रेशमा, प्रवीन, रितुल, अन्जली, रजनी, सायमा, समरीन, शाज़िया, अनु, वर्षा आदि छात्रओं ने बढ़-चढ़ कर भागेदारी की। 

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