Friday, 15 June 2012

आईएएस इनयात और पत्रकार इरमीन का सम्मान


उत्तर प्रदेश की प्रख्यात सामाजिक संस्था स्मार्ट एजुकेशन एण्ड वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) सेवा और पीएस फाउन्डेशन पिछले तीन सालों से निरन्तर शिक्षा, स्वास्थ और पर्यावरण जागरुकता के क्षेत्र में बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के कार्य कर रही है। इसके साथ ही सेवा ऐसे लोगों का सम्मान भी कर रही है जो अपनी मेहनत के बल पर एक खास मुकाम हासिल करते हैं। और दूसरों के लिये मिसाल बन जाते हैं। सेवा ने आगरा की पहली मुस्लिम महिला आईएएस इनयात खान और अंग्रेजी की जानी-मानी महिला पत्रकार इरमीन फरहत अली को उनके काम के लिये सम्मानित किया।
      आगरा के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्मार्ट एजुकेशन एण्ड वैलफेयर एसोसिएशन सेवा और पीसीएफ ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। होटल के सभागार में संस्था की ओर से आगरा की पहली मुस्लिम महिला आईएएस इनायत खान और देश के एक जाने माने अंग्रेजी दैनिक की ब्यूरो प्रमुख इरमीन फरहत अली को बुके भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संस्था द्वारा प्रदेश में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी। आगरा में सेवा से जुड़े स्वंयसेवी अमीरुद्दीन ने जानकारी देते हुये बताया कि सेवा और पीएसएफ पिछले तीन सालों से उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के कई क्षेत्रों में काम कर रही है। इसमें सबसे अहम है सेव गर्ल चाइल्ड़ कैम्पेन और बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन देना। प्रदेश के सहारनपुर ज़िले में सेवा और पीसीएफ एक निशुल्क शिक्षा केन्द्र भी संचालित कर रही है। इसी तरह का केन्द्र आगरा में भी जल्द शुरु किये जाने की योजना है।
      आईएएस इनायत खान ने सेवा और पीएसएफ के काम की सराहना करते हुये बालिकाओं के माता-पिता से अपनी बेटियों को प्रोत्साहित किये जाने की अपील की। उन्होने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिक्षा के लिये कठोर परिश्रम की ज़रुरत है। अगर कोई पूरी लगन और मेहनत से तैयारी करता है तो उसे कामयाबी ज़रुर मिलेगी।
      पत्रकार इरमीन फरहत अली ने सेवा और पीएसएफ के कामों पर खुशी जताते हुये कहा कि समाज में लड़के और लड़की के बीच का मतभेद खत्म होना चाहिये। दोनों को ही समान रुप से शिक्षा दी जानी चाहिये। उन्होने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों पर भरोसा रखाना चाहिये और उन्हे आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करना चाहिये।
      इस मौके पर आईएएस इनायत खान के पिता एम.ए. खान ने कहा कि जब उनकी पुत्री का जन्म हुआ था तभी से वो उसे आईएएस बनाने का लक्ष्य निर्धारित किये हुये थे। और अब इनायत के आईएएस बन जाने पर वो बहुत खुश हैं। उन्होने सभी अभिभावकों से अपनी बेटियों को आगे बढा़ने और उनकी शिक्षा पर खास ध्यान देने की बात कही। श्री खान ने कहा कि जो इंसान जैसी भी आर्थिक स्थिति में है वो अपने बच्चों को शिक्षित ज़रुर करे। ताकि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।
      इस दौरान सेवा और पीएसएफ की और से स्वंयसेवी धमेन्द्र सिंह ने सभी मेहमानों का आभार जताया। इस अवसर पर रमीज़ रज़ा, सर्वोत्तम सिंह, नासिर खान, शानु, निधि अग्रवाल और अनीता सिंह आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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